
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कुटरू थाना क्षेत्र में शिक्षक की हत्या मामले में माओवादियों ने पर्चा फेंककर इनकार किया। भाकपा (माओवादी) पश्चिम बस्तर डिविजन कमेटी ने कहा कि 20 फरवरी को पोटा केबिन में पदस्थ शिक्षक अनिल चिड़ियम की हत्या माओवादी पार्टी की तरफ से नहीं की गई है, बल्कि किसी और ने किया होगा। हत्या कर माओवादी पार्टी पर इल्जाम (आरोप) लगा रहे हैं। नक्सलियों ने कहा कि अगर माओवादी पार्टी पर थोड़ा भी शक है तो मृतक के परिवारों से हम अनुरोध करते हैं कि जनता के सामने जांच करावें।
बता दें कि बीजापुर जिले के पाताकुटरू के रपटा के पास 20 फरवरी को शिक्षक अनिल चिड़ियम की हत्या की गई थी। मृतक पोटा केबिन आवासीय विद्यालय में शिक्षक के पद पर पदस्थ था। पुलिस इस बात की जांच कर रही थी कि शिक्षक अनिल चिड़ियम को नक्सलियों ने ही मारा है या फिर किसी और ने माओवादियों के नाम पर हत्या की वरादात को अंजाम दिया है।
नक्सलियों द्वारा प्रेस नोट जारी करने के बाद यह साफ हो गया कि इस घटना को माओवादियों ने अंजाम नहीं दिया है। पुलिस अब शिक्षक के हत्यारे को दूसरे एंगल से जांच करेगी। शिक्षक की हत्या के बाद सरकारी कर्मचारियों में दहशत था। कर्मचारी संगठनों ने भी शिक्षक की हत्या पर आक्रोश जताया था।
सर्चिंग पर निकले जवानों ने एक नक्सली को दबोचा
दंतेवाड़ा में एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत सर्चिंग पर निकले जवानों ने एक नक्सली को गिरफ्तार किया है। डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की टीम सर्चिंग के लिए अरनपुर थाना के ग्राम बुरगुम के जंगल में रवाना हुई थी। ग्राम पुजारीपाल और बटूपारा के बीच जंगल में पुलिस पार्टी को देखकर एक संदिग्ध व्यक्ति भागने लगा। पुलिस पार्टी ने उसे घेराबंदी कर पकड़ा गया।
पकड़े गये संदिग्ध व्यक्ति ने पूछताछ में अपना नाम हिड़मा कोर्राम पिता आयता कोर्राम (23 वर्ष) निवासी पुजारीपाल बटूटूपारा थाना अरनपुर बताया। वह प्रतिबंधित नक्सली संगठन में भूमकाल मिलिशिया सदस्य के पद पर काम कर रहा था। गिरफ्तार नक्सली कई घटनाओं में शामिल रहा है। पुलिस ने डीआरजी कार्यालय दंतेवाड़ा लाकर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।