
Publish Date: | Thu, 09 Dec 2021 11:36 PM (IST)
रायगढ़। बाल संप्रेक्षण से मौजूद 4 अपचारी के खिड़की तोड़कर भाग गए। 4 चौकीदार, 16 सीसीटीवी, गार्ड व विभागीय कर्मचारियों के सख्त पहरे के बीच दो हत्या व दो 376 के प्रकरण में निरूद्घ अपचारियों के भागे जाने से विभागीय स्तर में हड़कंप है । इस घटना से संप्रेक्षण गृह की व्यवस्था एवं विभागीय सुरक्षा की लापरवाही की पोल को खोलकर रख दी है। जानकारी के मुताबिक थाना चक्रधर नगर क्षेत्र में मौजूद बाल संप्रेक्षण गृह में बंद 4 अपचारी आधी रात को खिड़की तोड़कर फरार हो गए। घटना सुबह करीब 4 बजे से 6 बजे के बीच की बताई जा रही है ।जानकारी के मुताबिक दो अपचारी हत्या व दो 376 के प्रकरण में बंद थे। जिसमें एक अपचारी कोसीर थाना क्षेत्र में हुए हत्या कांड में शामिल था। जिसे 5 अगस्त को लाया गया था। इसके अलाव हत्या के मामले में एक अपचारी को 17 अगस्त को लाया गया था। वही एक अपचारी कापू से 30 अक्टूबर व 1 अपचारी 12 नवंबर को बाल संप्रेक्षण गृह आया था। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी बाल संप्रेक्षण गृह अपचारियों के फरार होने का मामला सामने आ चुका है। रिकार्ड के मुताबिक 2 साल में 4 बार इस तरह की घटना घटित हो चुकी है। परन्तु किसी भी प्रकरण में कार्रवाई के बजाए विभाग अपने कर्मचारियों की बचाव करते रहे है। सुरक्षा में लापरवाही विभाग करने लगा कर्मचारियों का बचाव बाल सुधार गृह से अपचारियों के भागे जाने के बाद महिला बाल विकास अधिकारी से सुरक्षा व्यवस्था व लापरवाही बरते जाने पर कार्रवाई के संबंध में चर्चा की गई तो उन्होंने इसे सुरक्षा में लापरवाही मानने से इनकार कर वहां मौजूद कर्मचारियों के पक्ष लेते रहे। डेढ़ माह पहले हो चुका है गैंगवारउल्लेखनीय है कि जूटमिल क्षेत्र के बाइपास इलाके में घटित चाकूबाजी कांड में पिता- बेटे व एक अपचारी भी पुलिस रिकार्ड में आरोपित बना था। इस कांड में पिता व बेटे की जमानत हो गई थी लेकिन अपचारी की सुनवाई बाल न्यायालय में होने की वजह से वह बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया था। लाखों रूपये देख रेख व्यवस्था में होता है खर्च बाल अपचारियों को विभिन्ना जुर्म में शामिल होने के बाद पुलिस से कार्रवाई के बाद चालान व जमानत होने तक संप्रेक्षण गृह में निरूद्घ के तौर पर रखा जाता है। इस स्थिति तक विभाग की ओर से उनके सुरक्षा में हर माह लाखो रुपए खर्च किया जाता हैं। ऐसे में यह लाखो रुपये खर्च होने के बाद भी अपचारी खिड़की को तोड़कर भाग रहे जो विभाग की पोल खोल रहे हैं।परिसर में लगे 16 कैमरा बना महज दिखावा संप्रेक्षण गृह के अंदर व पूरे परिसर की निगरानी के लिए 16 अधिक सीसीटीवी लगे है। जिससे यहां बंद अपचारियों की हर गतिविधियों पर निगरानी की जाती है। इसके अलावा देखरेख के लिए केयर टेकर भी है। नगर सैनिक गार्ड व अन्य स्टाफ की 3 से 4 पालियों में डयूटी भी लगाई जाती है। ऐसे में इतनी सुरक्षा के बीच अपचारियों का भागना महिला बाल विकास विभाग के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है। वर्जनबाल संप्रेक्षण गृह से 4 अपचारी खिड़की को तोड़कर भागे है। पुलिस को सूचित कर दिया गया है। इसमें से दो हत्या व दो दुष्कर्म के मामले में यहां आए थे। – दीपक डनसेना, बाल संरक्षण अधिकारीवर्जनअपचारी भाग रहे है तो कैसे करें, भागकर अपने घर जाते है जिन्हें फिर से पकड़ लिया जाता है। यह किसी तरह की कोई लापरवाही कैसे हैं। 5 कर्मचारी 50 अपचारियों के सुरक्षा में लगे है। कैमरा सीमित क्षेत्र में ही लगा है।- टीके जाटवर, महिला बाल विकास अधिकारीवर्जनघटना की जानकारी मिली है। जांच के आदेश दिए गए है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -भीम सिंह, जिला कलेक्टर
Posted By: Nai Dunia News Network